1. विषाणु अकोशिकीय, अतिसूक्ष्म संक्रामक कण होते हैं।
2. ये केवल जीवित पोषक कोशिकाओं के अन्दर वृद्धि करते हैं तथा कोशिकाओं से बाहर ये एक रासायनिक अणु मात्र होते हैं।3. संरचनात्मक रूप से विषाणु न्यूक्लियोप्रोटीन (Nucleoprotein) अर्थात्!-->!-->!-->…
विषाणु पृथ्वी पर उत्पन्न न्यूक्लियोप्रोटीन से बने होने वाले प्रथम जीव हैं। ये ऐसे अकोशिकीय (Acellular) जीव हैं जिनमें जीवित एवं अजीवित दोनों समूह के लक्षण पाये जाते हैं। विषाणु न्यूक्लियोप्रोटीन (प्रोटीन एवं नाभिकीय अम्लों) से बने!-->…
जंतु जगत वर्गीकरण के प्रकार (TYPES OF CLASSIFICATION)
वैज्ञानिकों के द्वारा समय-समय पर प्रस्तावित विभिन्न वर्गीकरणों को तीन प्रकारों में विभक्त किया गया है-
(1) प्राकृतिक वर्गीकरण, (2) कृत्रिम वर्गीकरण एवं (3) जातिवृत्तीय वर्गीकरण
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जीव विज्ञान दो शाखाओं, जन्तु विज्ञान (Zoology-Gr, Zoon जन्तु + logos - अध्ययन) और वनस्पति विज्ञान (Botany-Gr, Botane -वनस्पति) में बाँटते हैं।
जीव विज्ञान की शाखाएँ
वर्गिकी (Taxonomy) - जीव विज्ञान की वह शाखा जिसमें जीवों को!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…