संघ मोलस्का के लक्षण

इसके अन्तर्गत कोमल शरीर वाले, त्रिस्तरीय (Triploblastic), देहगुहायुक्त (Coelomate) जन्तुओं को शामिल किया गया है। जिनके शरीर के अग्र भाग पर एक सिर, पेशीय पैर (Muscular foot) एवं पृष्ठ विसरल मास (Visceral mass) पाया जाता है। जो कि मांसल आवरण द्वारा घिरा होता है। इनका सम्पूर्ण शरीर CaCO3 के बने कवच (Shell) के अन्दर बन्द रहता है। इस संघ के अन्तर्गत लगभग 1,00,000 प्रजातियाँ सम्मिलित की जा चुकी हैं।

संघ मोलस्का के लक्षण

संघ मोलस्का के लक्षण

  • ये जलीय होते हैं तथा स्वच्छ और समुद्री जल में पाये जाते हैं।
  • इनका शरीर कोमल, अखण्डित तथा संधित उपांगों रहित होता है।
  • इनका शरीर कोमल त्वचायुक्त मेन्टल (Mantle) द्वारा ढँका होता है। मेन्टल एक कैल्सियमयुक्त कवच बनाता है.
  • इनका शरीर सिर (Head) पैर (Foot), मेन्टल (Mantle) तथा विसरल मास (Visceral mass) में विभेदित होता है।
  • शरीर त्रिस्तरीय (Triploblastic) होता है।
  • देहगुहा हीमोसील (Haemocoel) के रूप में होती है तथा हासित होकर (Percardial), नेफ्रीडियल (Nephridial) एवं प्रजनन गुहाओं (Reproductive cavities) तक ही सीमित रह जाता है।
  • श्वसन गिल्स (Gills), टीनिडिया ( Ctenidia) एवं बाह्य त्वचा द्वारा होता है।
  • सिफैलोपाइस को छोड़कर सभी में खुला संवहन तंत्र (Open vascular system) पाया जाता है।
  • इनका पृष्ठ हृदय (Dorsal heart) पेरीकार्डियम (Pericardium) से घिरा होता है।
  • इनका शरीर रंगहीन, लाल, नीला या हरा होता है। श्वसन वर्णक (Respiratory pigment) हीमोसायनिन (Haemocyanin) के रूप में होता है।
  • उत्सर्जन अंग नेफ्रीडिया (Nephridia) के रूप में होते हैं जो कि देहगुहा से शरीर के बाहर तक जुड़ा होता है।
  • इनका तंत्रिका तंत्र जोड़ीदार सेरीब्रल (Cerebral), प्लूरल (Pleural), पेडल (Pedal) एवं विसरल (Visceral) गैंग्लिया (Ganglia) से मिलकर बना होता है जो कि आपस में संयोजी तंत्रिकाओं (Connective nerves) द्वारा जुड़ी होती हैं।
  • ये एकलिंगी होते हैं।
  • इनका विकास वेलीजर लार्वा (Veliger larva) कायान्तरण (Metamorphosis) से होता है। उदाहरण – पाइला (Pila), यूनिओ (Unio), सीपिया (Sepia), लोलिगो (Loligo), ऑक्टोपस (Octopus), निओपिलाइना (Neopilina), पिंक्टाडा (Pinctada) आदि।

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