चर संख्या कक्षा 6 गणित

चर संख्या कक्षा 6 गणित

एक वृत्त का व्यास उसकी त्रिज्या से दोगुना है।

एक आयत का क्षेत्रफल उसकी लम्बाई एवं चौड़ाई के गुणनफल के बराबर है।

विक्रय मूल्य, क्रय मूल्य तथा लाभ के योगफल के बराबर होता है।

किसी संख्या में दूसरी संख्या को जोड़ा गया है।

किसी संख्या में से 7 निकाले गए।

मिश्रधन, मूलधन तथा ब्याज के योगफल के बराबर होता है।

हमने सीखा

जो अक्षर, संख्याओं को दर्शाने के काम में आते है, अक्षर संख्या कहलाते हैं।
ये अक्षर चरांक के रूप में संख्याओं को ही दर्शाते हैं, अतः वे उन सभी नियमों का पालन करते हैं जो संख्याओं द्वारा की जाती है।
वह राशि जिसका एक निश्चित संख्यात्मक मान हो, अचर राशि कहलाती है।
वह राशि जिसके कई संख्यात्मक मान हो सकते है, चर राशि कहलाती है।
अंकगणित में हम एक निश्चित मान बाली संख्या का उपयोग करते हैं, जबकि बीजगणित में ऐसे अक्षरों का प्रयोग करते हैं जिसका मान एक से अधिक हो सकता है।
किसी संख्या का बीजीय भाग चर राशि कहलाता है। p = 4a में p और a चर राशि तथा 4 अचर राशि है।

Leave a Comment