अपशिष्ट और उसका प्रबंधन
स्मरणीय बिन्दु
1. प्लास्टिक, काँच व रबर का वैज्ञानिक विधि द्वारा पुनः चक्रण कर दोबारा उपयोग में लाया जा सकता है।”
2. वे वस्तुएँ जिनका विघटन आसानी से हो जाता है, जैव निम्नीकरण पदार्थ कहलाते हैं।
3. वे वस्तुएँ जिनका विघटन आसानी से नहीं होता अनिम्नीकरण पदार्थ कहलाते हैं।
4. कुड़े-करकट का प्रबंधन उचित प्रकार से न होना पर्यावरण के लिए खतरा एवं मनुष्य के लिए गंभीर समस्या बन गया है।
5. वायु, जल और भूमि प्रदूषण मनुष्य के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं।
अभ्यास
प्रश्न- 1. तालाब का पानी पीने योग्य न होने के क्या करण
उत्तर- तालाब का पानी पीने योग्य न होने के निम्नलिखित हो सकते हैं ?
कारण हैं- (1) घर से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों को तालाब में डाल दिया जाता है।
(2) मवेशियों को तालाब में नहलाया जाता है।
(3) गंदी नालियों का पानी तालाब में डाल दिया जाता है।
(4) मनुष्य नहाने के अलावा कपड़े भी तालाब में ही धोते हैं इन सब कारणों से तालाब प्रदूषित हो गया है और पानी पीने योग्य नहीं है।
प्रश्न 2. अगर कचरे की मात्रा इसी तरह बढ़ती रहे तो भराव क्षेत्र की क्या स्थिति होगी?
उत्तर- अगर कचरे की मात्रा इसी तरह बढ़ती रही तो भराव क्षेत्र पूरा कचरे से भर जायेगा, जिससे वायु, जल, भूमि प्रदूषित हो जायेगी, जिसका स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ेगा और वातावरण की सुन्दरता भी नष्ट हो जायेगी।
प्रश्न 3. रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक इस्तेमाल करने लाभ और हानियों को लिखिए।
उत्तर- रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक इस्तेमाल करने से होने वाली लाभ व हानियाँ निम्नलिखित हैं-
लाभ –
(1) प्लास्टिक की थैलियाँ बनाई जाती है जिसका उपयोग सब्जियों फल आदि के लेनदेन में किया जाता है।
(2) प्लास्टिक से गिलास, कटोरी, चम्मच प्लेट आदि बनाये जाते हैं।
हानियाँ–
(1) प्लास्टिक की थैलियाँ अकसर नालियों में एकत्र होकर पानी के बहाव को रोक देती है।
(2) कई जानवर गाय, कुत्ते वगैरह कुड़े के साथ प्लास्टिक को भी निगल जाते हैं। ये प्लास्टिक उनकी अंत में फँसकर मौत का कारण बन जाती हैं।
(3) मिट्टी में प्लास्टिक के एकत्र होने के कारण पानी का बहाव रुक जाता है।
प्रश्न 4. पुनः चक्रण का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- पुनः चक्रण वह क्रिया है, जिससे अपशिष्ट पदार्थों जैसे- धातु, प्लास्टिक, काँच व रबर को वैज्ञानिक विधि द्वारा उपयोग लाने योग्य बनाया जाता है।
प्रश्न 5. केंचुए को कृषि मित्र क्यों माना जाता है ?
उत्तर- केंचुए मिट्टी में उपस्थित सड़े-गले अपशिष्टों को खाते हैं। और मल के द्वारा इन्हें जैविक खाद के रूप में निकालते हैं। इस जैविक खाद को केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट कहते है। इसमें नाइट्रोजन फॉस्फोरस और पोटैशियम आदि पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। जो कृषि के लिए लाभदायक होते हैं। अतः केंचुए को कृषि मित्र माना जाता है।