रेशों से वस्त्र तक : पादप रेशे कक्षा 6 विज्ञान
स्मरणीय बिन्दु
1. पेड़-पौधों, जानवरों और कीड़ों से प्राप्त रेशे प्राकृतिक रेशे व मानव निर्मित रेशे कृत्रिम रेशे कहलाते है ।
2. प्राकृतिक रेशे दो प्रकार के होते हैं-(1) वनस्पतियों से प्राप्त रेशे, (2) जन्तुओं से प्राप्त रेश
3. वानस्पतिक रेशे नारियल, जूद कपास, सेमल आदि से और जन्तुओं के रेशे, भेड़, रेशम कौड़े आदि से उन और रेशम के रूप में प्राप्त होते हैं।
4. कार्बन, हाइड्रोजन व ऑक्सीजन को रासायनिक क्रिया द्वारा कृत्रिम रेशे रासायनिक विधियों का उपयोग कर प्राप्त किया जाता है।
5. विभिन्न प्रकार के रेशों की पहचान इन्हें जलाकर या तोड़कर की जाती है।
6. धागों की बुनाई (हाथकरघे या सलाइयों द्वारा) से वस्त्रों का निर्माण होता है।
7. सलाइयों द्वारा की जाने वाली बुनाई को निटिंग कहते हैं।