साहस के पैर – श्री जयशंकर अवस्थी कक्षा 8 हिंदी

अभ्यास

प्रश्न 1. अचल कौन था और वह किस प्रकार शारीरिक चुनौती का शिकार हो गया ?

उत्तर-अचल के दोनों पैर सही-सलामत थे। उसके पिताजी का तबादला हो जाने पर वे ट्रेन से जा रहे थे। रास्ते में अचल एक स्टेशन पर पानी लेने के लिए उतरा, इसी बीच ट्रेन चलने लगी। अंचल ने डिब्बे में चढ़ना चाहा। वह फिसलकर नीचे गिरा और उसका एक पैर ट्रेन से कट गया और वह लंगड़ा हो गया।

प्रश्न 2. अचल को ऐसा क्यों लगा कि किसी ने उसके दिल को मुट्ठी में दबोचकर मसल दिया हो ?

उत्तर- कक्षा के छात्र तैमूरलंग की तुलना अचल से करके उसका मजाक उड़ा रहे थे, इसलिए उसे लगा कि किसी ने उसके दिल को मुट्ठी में दबोचकर मसल दिया हो।

प्रश्न 3. अचल को रात में नींद क्यों नहीं आयी ?

उत्तर- अचल को रात में नींद इसलिए नहीं आयी क्योंकि वह साल भर पहले की घटना में खो गया जिसके कारण उसे अपना पैर गँवाना पड़ा था इस घटना ने अचल को विचलित कर दिया था। सभी लोगों के सोने के बाद भी उसे नींद नहीं आ रही थी।

प्रश्न 4. अचल ने कक्षा के साथियों द्वारा उसकी हँसी उड़ाने की प्रवृत्ति का विरोध कैसे किया ?

उत्तर- अचल ने हँसी उड़ाने का प्रतिरोध मुस्कराकर किया। उसने कहा, “नाम में आखिर रखा ही क्या है जनाब तैमूर लंग कहो या अचल, रहूँगा तो वही जो हूँ।” अचल के इस जवाब से हँसी उड़ाने वाले निरूत्तर हो गये।

प्रश्न 5. ‘साहस के पैर’ शीर्षक कहानी के माध्यम से कहानीकार पाठकों से क्या कहना चाहता है ?

उत्तर- ‘साहस कहानी के माध्यम से कहानीकार पाठकों से चाहते हैं कि हमारी शारीरिक बनावट हमारे भावों की अभिव्यक्ति और सृजनात्मक क्षमता में आड़े नहीं आती, बल्कि हमें अपने कार्यों के प्रति और अधिक उत्साही बनाती हैं।

प्रश्न 6. कहानी का प्रधान चरित्र ‘अचल’ का व्यक्तित्व अपनी चुनौतियों के साथ हमें बेहद प्रभावित करता है क्यों ?

उत्तर-कहानी का प्रधान चरित्र ‘अचल’ का व्यक्तित्व अपनी चुनौतियों के साथ हमें बेहद प्रभावित इसलिए करता है क्योंकि अचल अपना एक पैर गँवा चुका था किन्तु उसने अपने मनोबल नहीं खोया यही साहस उसे बिना थके सदैव आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित कर रहा था।

प्रश्न 7. किसने किससे कहा?

(क) “बैठो बेटे! बैठे रहो। यह सब कैसे हो गया?

उत्तर- मास्टर जी ने अचल से कहा।

(ख) “दोस्तो ! के जी आते हैं तो अपने साथ नक्शा लाते हैं।”

उत्तर- मोटे, नाटे कद के लड़के ने सहपाठियों से कहा।

(ग) “रहने दो अचल ! अगले स्टेशन पर ले लेंगे।”

उत्तर-अचल के ने अचल कहा।

(घ) वा अदब वा मुलाहिजा ! होशियार! शहंशाह तैमूरलंग तशरीफ ला रहे हैं।”

उत्तर- मोटे, नाटे कद के लड़के ने कक्षा के सहपाठियों से कहा।

(ङ) “क्यों बे, तुझे तैमूरलंग नाम पसन्द आया क्या?”

उत्तर-मोटे लड़के ने अचल से कहा।

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