कटुक वचन मत बोल -रामेश्वर दयाल दुबे कक्षा 8 हिन्दी

पाठ से-

प्रश्न 1. लुकमान ने बकरे के शरीर के सबसे अच्छे और बुरे हिस्से के चयन में जीभ को ही क्यों चुना?

उत्तर – लुकमान ने बकरे के शरीर के सबसे अच्छे और बुरे हिस्से के चयन में जीभ को ही चुना, क्योंकि उसका कहना था कि अगर शरीर में जीभ अच्छी हो, तो फिर सब अच्छा ही अच्छा है और अगर जीभ अच्छी नहीं है, तो फिर सब बुरा ही बुरा है।

प्रश्न 2. चीनी दार्शनिक कन्फ्यूशियस के कथन के जरिए लेखक क्या बताना चाहता है ?

उत्तर – चीनी दार्शनिक कन्फ्यूशियस के जरिए लेखक बताना चाहते हैं कि जो नम्र स्वभाव का होता है, वह अधिक समय तक जीवित रहता है तथा कठोर स्वभाव वाला व्यक्ति अधिक समय तक जीवित नहीं रहता है।

प्रश्न 3. लेखक ने हृदय को तोड़ने वालों को क्षमा न देने की बात कही है?

उत्तर- लेखक ने कहा है कि कटु वाणी का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए। कटु वाणी के प्रयोग से हृदय रूपी मन्दिर तथा उसे अपार पीड़ा होती है, वह विचलित हो जाता है। इसीलिए लेखक हृदय तोड़ने वालों को क्षमा न देने की बात कही है। टूट जाता है

प्रश्न 4. किसी के द्वारा प्रयोग किए गए कठोर वचन शरीर में चुभते हैं क्यों? उदाहरण के साथ स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर- किसी के द्वारा प्रयोग किए गए कठोर वचन शरीर में चुभते हैं क्योंकि कोई भी इंसान कठोर वचन सुनना पसंद नहीं करता। सभी इंसान प्रेम के भूखे हैं। सभी मधुर वाणी सुनना चाहते हैं। उदाहरण स्वरूप महाभारत काल की एक घटना है, जब पाण्डवों की रानी द्रौपदी ने कौरवों पर व्यंग्य करते हुए कहा था कि “अंधे के अंधे ही होते हैं।” यह बात दुर्योधन को चुभ गयी थी और इसी का दुष्परिणाम या कि महाभारत का विनाशकारी युद्ध हुआ

प्रश्न 5. श्रीमती शास्त्री का क्रोध का पारा किस शेर को सुनकर नीचे उतर गया और क्यों ?

उत्तर-श्रीमती शास्त्री का क्रोध का पारा अग्र शेर को सुनकर नीचे उतर गया- जो बात कहो, साफ हो, सुथरी हो, भली हो।कड़वी न हो, खट्टी न हो, मिश्री की डली हो। श्रीमती शास्त्री को मालूम हो चुका था कि कठोर वाणी लोगों के शरीर पर चुभता है इसलिए मधुर वाणी बोलनी चाहिए ताकि सामने वाले बुरा न लगे।

प्रश्न 6. श्री लालबहादुर शास्त्री ने शेर के माध्यम से अपनी पत्नी को क्या समझाने का प्रयास किया, स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- श्री लाल बहादुर शास्त्री ने शेर के माध्यम से अपनी पत्नी को यह का प्रयास किया कि कड़वी बातें किसी को भी अच्छी नहीं लगती है। यदि किसीसे गलती हो भी जाती है, तो उसे मधुरता के साथ समझाया जा सकता है। ताकि सामने वाले को भी बुरा न लगे।

प्रश्न 7. दोनों ज्योतिषियों ने राजा को एक ही बात कही, उनके कहने के में आपको क्या अंतर लगता है ?

उत्तर- पहले ज्योतिषी ने राजा को स्वप्न का फल कटु शब्दों में अप्रिय ढंग से बताया इसलिए उसे दण्ड मिला, जबकि दूसरे ज्योतिषी ने उसी बात को प्रिय एवं मीठे शब्दों में बताया इसलिए उसे मिला।

प्रश्न 8. लोकप्रिय बनने के लिए आपको क्या करना होगा ?

उत्तर- लोकप्रिय बनने के लिए हमें वाणी की कठोरता को त्यागना होगा तीखे शब्दों के प्रयोग से बचना होगा तथा वाणी की कर्कशता को सुधारना होगा। अपनी वाणी में मिठास घोलकर बातचीत करना होगा अन्यथा लोकप्रिय बनने का सपना अधूरा ही रह जायेगा।

पाठ से आगे-

प्रश्न 1. जीभ कोमल है, दाँत कठोर है जिसमे लचीलापन होता है, जो नम्र होता है। वह अधिक समय जीता है।” इस उक्ति पर आप अपना अभिमत दीजिए।

उत्तर – चीनी दार्शनिक कन्फ्यूशियस ने कहा है कि जीभ और दाँत दोनों हमारे मुख में होते हैं, किन्तु जीभ कोमल होती है और दाँत कठोर होते हैं। जीभ में लचीलापन होता है। अपने लचीलेपन के कारण जीभ मुख के अन्दर सुरक्षित रहती है जबकि दाँत अपनी के कारण उखड़ने लगते है। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि जो नम स्वभाव का होता है, वह अधिक समय तक जीवित रहता है तथा कठोर स्वभाव वाला व्यक्ति अधिक समय तक जीवित नही रहता है।

प्रश्न 2. वाणी तो सभी को मिली हुई है, परन्तु बोलना किसी-किसी को ही आता है। ऐसा कहा जाता है। क्या आप इस तरह के लोगों से मिले है जो बाते करते समय बिना सोचे-समझे बोले जाते है उनके बारे में लिखिए।

उत्तर- बिना सोचे समझे कई लोग बोल जाते हैं उन्हें अगले व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है पता नही चलता वह बिना किसी की परवाह किए अगले व्यक्ति के मन को ठेस पहुँचाते हैं। ऐसे कई लोग हमारे समाज में मिल जाते हैं जो अपनी बातों से कई लोगों को ठेस पहुँचाते हैं।

प्रश्न 3. लुकमान के इस कथन से आप कहाँ तक सहमत है, कि जीभ अच्छी नहीं तो सब बुरा ही बुरा है तर्क सहित अपने विचार लिखिए।

उत्तर – लुकमान के इस कथन से हम सहमत है क्योंकि जिस व्यक्ति की जुबान (वाणी) ठीक नहीं है। उसके लिए कुछ भी ठीक नहीं है। जो व्यक्ति सदैव कटु वचन बोलता है, उसे कड़वा सुनना भी पड़ताहै और पग-पग पर कटु अनुभवों से गुजरना पड़ता है।

प्रश्न 4. “एक बात से प्रेम झरता है और दूसरी बात से झगड़ा होता है।” इस तरह के अनुभव आप सभी के भी रहे होंगे इसके बारे में आपस में बात कर लिखिए।

उत्तर- स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के घर पर एक दिन किसी नौकर से कोई काम बिगड़ गया। श्रीमती शास्त्री को उस पर बहुत क्रोध आया और उन्होंने नौकर को बहुत डाँटा इस पर शास्त्रीजी ने अपनी पत्नी को एक शेर सुनाया और उनसे बोले-

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