हार नहीं होती -हरिवंशराय ‘बच्चन’ (कविता) कक्षा 5 हिन्दी

हार नहीं होती

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करनेवालों की हार नहीं होती।
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है,
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है,

आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करनेवालों की हार नहीं होती।


डुबकियाँ सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा-जाकर खाली हाथ लौटकर आता है।
मिलते न सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दूना उत्साह इसी हैरानी में,
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती,
कोशिश करनेवालों की हार नहीं होती।


असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो,

क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो,

जब तक न सफल हो, नींद चैन त्यागो तुम,

संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम ।

कुछ किए बिना ही जय-जयकार नहीं होती,

कोशिश करनेवालों की हार नहीं होती ।

प्रश्न और अभ्यास

प्रश्न 1. “ कोशिश करने वालों की हार नहीं होती” इस पंक्ति का क्या आशय है?

उत्तर- कोशिश करते रहने को जीवन में बहुत उपयोगिता है वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर ही लेता है, और हमेशा आगे ही बढ़ता जाता है।

प्रश्न 2. चींटी किस प्रकार संघर्ष करती है?

उत्तर- चींटी दीवार पर चढ़ती है और बार- बार फिसलकर गिरती है पर वह हिम्मत नहीं हारती सतत् प्रयास करती रहती है। और अतंत: उसकी मेहनत बेकार नहीं जाती और वह ऊपर चढ़ने में सफल हो जाती है।

प्रश्न 3. सफलता पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए।

उत्तर- सफलता पाने के लिए हमें सतत् प्रयास करना चाहिए। अपना नींद चैन सब त्याग देना चाहिए।

प्रश्न 4. कविता की उन पंक्तियों को लिखों जो तुम्हें सबसे अच्छी लगी। क्यों अच्छी लगी?

उत्तर- “असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो सुधार करो,” ये पंक्तियाँ अच्छी लगी क्योंकि इन पक्तियों से व्यक्ति स्वयं की कमियों को पूरा कर जीवन में सफलता की ओर अग्रसर होता है।

प्रश्न 5. यदि हम किसी कारणवश किसी काम को करने में असफल होते हैं, तो हमें निराश क्यों नहीं होना चाहिए।

उत्तर- हमें चींटी के समान सतत् प्रयास करना चाहिए जिससे जीवन में सफलता अवश्य मिलती है, इसलिए हमें निराश नहीं होना चाहिए।

प्रश्न 6. परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए तुम क्या-क्या तैयारी करते हो?

उत्तर- परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें सतत्प्रयास करना चाहिए।

प्रश्न 2. सही जोड़ी बनाओ

नौका – एक चुनौती है

चींटी -लहरों से डरती नहीं

गोताखोर – सौ बार फिसलती है

असफलता – सिंधु में डुबकियाँ लगाता है।

उत्तर- नौका – लहरों से डरती नहीं।

चींटी- सौ बार फिसलती है।

गोताखोर – सिंधु में डुबकियाँ लगाता है।

असफलता -एक चुनौती है।

प्रश्न 4. निम्नलिखित पंक्तियाँ किसके लिए प्रयुक्त रहे हैं-

(क) मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती।

उत्तर—ये पंक्तियाँ गोताखोर के लिए प्रयुक्त हुई हैं।

(ख) आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती।

उत्तर- ये पंक्तियाँ चींटी के लिए प्रयुक्त हुई हैं।