अब्राहम लिंकन का पत्र – श्री अब्राहम लिंकन कक्षा 8 हिंदी

अभ्यास

पाठ से-

प्रश्न 1. अब्राहम लिंकन कौन थे ? उन्होंने किसे पत्र लिखा ?

उत्तर – अब्राहम लिंकन तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति थे, जिन्हें का मुक्तिदाता कहा जाता है। उन्होंने अपने पुत्र के शिक्षक को पत्र लिखा था, जो एक ऐतिहासिक दस्तावेज बन गया है।

प्रश्न 2. अब्राहम लिंकन ने अपने पत्र में किस तरह के व्यक्तियों के बारे में लिखा है ?

उत्तर- अब्राहम लिंकन ने अपने पत्र में बदमाश, नेक इंसान, दोस्त, दुश्मन, स्वार्थी राजनीतिज्ञ, देशप्रेमी तथा चाटुकार जैसे लोगों के में लिखा है।

प्रश्न 3. किताबों की मनमोहक दुनिया के साथ-साथ प्रकृति की सुन्दरता को निहारने की सलाह लिंकन ने क्यों दी है ?

उत्तर- किताबों की मनमोहक दुनिया के साथ-साथ प्रकृति की सुन्दरता को निहारने की सलाह लिंकन ने इसलिए दी है क्योंकि किताबों के अलावा भी प्रकृति से भी हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। प्राकृतिक सौन्दर्य का बोध भी हो सके।

प्रश्न 4. अमरीकी राष्ट्रपति की स्कूल से क्या अपेक्षाएँ हैं और क्यों ?

उत्तर-अमरीकी राष्ट्रपति की स्कूल से ये अपेक्षाएँ थी कि उनका बेटा विद्यालयी शिक्षा के द्वारा नेक इंसान बन सके। संघर्षपूर्ण जीवन की कसौटी में खरा उतर सके तथा यह भी सिखाया जाय कि नकल करके पास होने से फेल होना बेहतर है।

प्रश्न 5. अमरीकी राष्ट्रपति शिक्षक के माध्यम से अपने पुत्र को क्या-क्या सिखलाना चाहते थे ?

उत्तर- अमरीकी राष्ट्रपति शिक्षक के माध्यम से अपने पुत्र को निम्नांकित बातें सिखाना चाहते थे-

(क) सच्चा इंसान बनना,

(ख) मेहनत की कमाई खाना,

(ग) हार एवं जीत में खुश होना,

(घ) मुसीबत में भी खुश रहना,

(ङ) पुस्तकों में रुचि लेना,

(च) अपने लिए अलग रास्ता बनाना,

(छ) सच्चाई को ग्रहण करना,

(ज) चापलूसों से सावधान रहना,

(झ) मनुष्य मात्र से प्रेम करना।

प्रश्न 6. प्रकृति की सुन्दरता का चित्रण अब्राहम लिंकन ने किस प्रकार किया है ?

उत्तर- प्रकृति की सुन्दरता का चित्रण अब्राहम लिंकन ने नीले आसमान में उड़ते आजाद पक्षी, सुनहरी धूप में गुनगुनाती मधुमक्खियों और पहाड़ के ढलानों पर खिलखिलाते जंगली फूलों की हँसी के माध्यम से किया है।

प्रश्न 7. “नकल करके पास होने की बजाय फेल होना बेहतर है।” अब्राहम लिंकन ने ऐसा क्यों कहा है ? क्या आप इस कथन से सहमत है ? क्यों ?

उत्तर- “नकल करके पास होने की बजाय फेल होना बेहतर है।” अब्राहम लिंकन ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि, एक विद्यार्थी के लिए ऐसा करना उचित नहीं है, पास होने के लिए नकल करना अनैतिक है। ऐसा विद्यार्थी आगे चलकर प्रत्येक परीक्षा की घड़ी में नकल पर आश्रित रहेगा जबकि फेल हो जाने पर उन्हें एक सबक मिलेगी और वह एक नये जोश एवं उमंग के साथ पुनः प्रयास करके अपने मंजिल हासिल कर लेगा।

प्रश्न 8. मेहनत से कमाया एक पैसा भी हराम में मिली नोटों की •गड़ी से कहीं अधिक मूल्यवान होता है। आशय स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- मेहनत से कमाया गया एक पैसा भी हमें खुशियाँ एवं आनंद देती है, जबकि गलत तरीके से कमाये गये नोटों की गड्डी हमें खुशियाँ प्रदान नहीं कर सकती हैं। मुफ्त में प्राप्त धन से वह सुख नहीं मिलता, जो मेहनत के प्राप्त धन से मिलता है।

प्रश्न 9. लिंकन अपने बेटे को निम्नलिखित बातें सिखाने के लिए गुरुजी पर जोर क्यों दे रहे थे-

(क) बदमाशों को करारा जवाब देना सिखाने के लिए।

उत्तर-बदमाशों को करारा जवाब देना सिखाने के लिए. इसलिए जोर दिया ताकि ऐसे लोग किसी भले मनुष्य को फिर कभी परेशान करने की न सकें।

(ख) भीड़ से अलग होकर रास्ता बनाने की हिम्मत के लिए।।

उत्तर- भीड़ से अलग होकर रास्ता बनाने की हिम्मत के लिए, इसलिए जोर दे रहे थे ताकि उनका पुत्र समाज में अपनी अलग पहचान बना सके।

(ग) अपनी आत्मा और ईमान को कभी न बेचने के लिए।

उत्तर- अपनी आत्मा और को कभी न बेचने के लिए, इसलिए जोर दे रहे थे ताकि उनका पुत्र अपने शरीर की ताकत के बूते कमाई अर्थात् परिश्रम धन अर्जित करे। गलत से धन अर्जित न करें।

(घ) चाटुकारों से सावधान रहने के लिए।

उत्तर-चाटुकारों से सावधान रहने के लिए, इसलिए जोर दे रहे थे, क्योंकि लोग केवल अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए ही खुशामद करते रहते हैं।

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