कैलेंडर / Calendar

ग्रिगरियन केलेण्डर (Calendar) दिन, सप्ताह, महीना एवं वर्ष के वीच पारस्परिक सम्बन्ध प्रदर्शित करने का एक माध्यम है. इस कैलेण्डर का आविष्कार रोम के तरहवें पॉप ग्रेगरी ने किया था. सन् 1752 में पूरेब्रिटिश साम्राज्य में इसका प्रयोग प्रारम्भ हुआ. अपनी वैज्ञानिक संकल्पना के कारण ग्रिगेरियन कैलेण्डर अन्तर्राष्ट्रीय कैलेण्डर के रूप में प्रसिद्ध है. ग्रिगेरियन … Read more

समय तथा दूरी / Time and Distance

समय तथा दूरी समय का सूत्र :- किसी व्यक्ति या यातायात के साधन द्वारा इकाई चाल से चली गई दूरी उसके समय को निर्धारित करती हैं। दूरी का सूत्र :- किसी व्यक्ति या यातायात के साधन द्वारा स्थान परिवर्तन को तय की गई दूरी कहते हैं। चाल का सूत्र :- किसी व्यक्ति या यातायात के … Read more

समय और घड़ी / Time and Clock

समय और घड़ी / Time and Clock

घड़ी में 1 से 12 तक कि संख्याएँ लिखी होती हैं। घड़ी में 3 सुईयां होती हैं। इसमें एक छोटी सुई होती हैं जो घण्टा को दर्शाती हैं। एक बड़ी सुई होती हैं जो मिनट को दर्शाती हैं। और एक सेकंड की सुई होती हैं जो घड़ी के सेकण्ड दर्शाती हैं। एक संख्या से अगली संख्या तक … Read more

लाभ और हानि/ Profit and Loss

laabh our hani

लाभ और हानि/ Profit and Loss  जो वस्तु जिस मूल्य पर खरीदी जाती हैं उस मूल्य को उस वस्तु का लागत मूल्य या क्रय मूल्य कहते हैं। कोई भी वस्तु जिस मूल्य पर बेची जाती हैं उस मूल्य को उस वस्तु का विक्रय मूल्य कहते हैं। लाभ के सूत्र यदि किसी वस्तु का विक्रय मूल्य … Read more

संख्या श्रृंखला/ दी गई श्रृंखला के आधार पर रिक्त स्थानों को भरना

sankhya shrikhla

किसी विशेष समूह में स्थित संख्या के सुव्यवस्थित क्रम को संख्या श्रृंखला कहते हैं. संख्या श्रृंखला के अंतर्गत कुछ संख्याएँ एक विशेष क्रम में दी होती हैं. दिए गए क्रम में किसी विशेष स्थान को रिक्त छोड़ दिया जाता है. दी गई श्रृंखला के रिक्त स्थानों को दिए गए विकल्पों में से चुना जाता है. … Read more

NS04/किसी संख्या में शून्य का स्थानीय मान

किसी संख्या में शून्य का स्थानीय मान क्या होगा

किसी संख्या में शून्य का स्थानीय मान शून्य किसी भी स्थान पर हो, उसका स्थानीय मान ‘शून्य’ ही होता है।

-1 का सम व विषम घात का मान

-1 का सम व विषम घात का मान

-1 का सम व विषम घात का मान -1 का सम, विषम, और घात का मान इस प्रकार होता है: इसलिए, -1 का सम घात का मान 1 होता है और विषम घात का मान -1 होता है।

विभाज्यता का नियम /Divisibility rule

विभाज्यता का नियम

विभाज्यता का नियम /Divisibility rule विभाज्यता के नियम (divisibility rule) उन विधियों को कहते हैं जो सरलता से बता देते हैं कि कोई प्राकृतिक संख्या किसी दूसरी संख्या से विभाजित हो सकती है या नहीं। विभाजक विभाजन की शर्त/शर्तें उदाहरण 1 स्वत: सभी पूर्णांक 1 से विभाज्य हैं। 2 संख्या का अन्तिम अंक सम (0, 2, 4, 6, or 8) हो। 1,294: … Read more

संख्या के योगफल / Sum of Numbers

संख्या के योगफल संबंधित सूत्र

गणित में, दो या दो से अधिक संख्याओं या पदों को जोड़ने के बाद योग को परिणाम या उत्तर के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।  यहां, 5 और 7 जोड़ हैं और 12, 5 और 7 का योग है। योग संकेतन जब हम संख्याओं को जोड़ते हैं तो प्लस चिह्न (+) का उपयोग … Read more

भिन्न और उनके प्रकार / Fraction And His Types

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भिन्न के प्रकार (Types of fractions) भिन्न के प्रकार निम्नलिखित है- संक्षिप्त भिन्न यदि अंश और हर परस्पर अभाज्य हो अर्थात भिन्न के अंश और हर को एक के अलावा किसी और संख्या से भाज्य न हो, संक्षित भिन्न कहलाती है। उचित भिन्न यदि किसी भिन्न का अंश हर से काम हो तो उसे उचित भिन्न  कहते है। … Read more

NS07/परिमेय अपरिमेय और वास्‍तविक संख्‍या / Rational Irrational and Real numbers

परिमेय संख्या और अपरिमेय संख्या

परिमेय अपरिमेय और वास्‍तविक संख्‍या / Rational Irrational and Real numbers परिमेय संख्या (Real Number)–  वैसी वास्तविक संख्या जो p/q के रूप में हो, जहाँ p  और  q  पूर्णांक हो तथा सह-अभाज्य हो और q ǂ 0 हो, उसे परिमेय संख्या कहते हैं। जैसे- 3/5, 7/10, 1/8, 13/25 इत्यादि । अपरिमेय संख्या (Irrational Number)-  वैसी वास्तविक संख्या … Read more

NS07/भाज्य अभाज्य और सहभाज्य संख्या / Divisible, Prime and Composite numbers

भाज्य अभाज्य और सहभाज्य संख्या में अंतर

भाज्य अभाज्य और सहभाज्य संख्या / Divisible, Prime and Composite numbers भाज्य संख्या 1 to 100 के बीच कूल 74 संख्याएँ ऐसी है जो की भाज्य संख्याएँ है। भाज्य संख्या 1 से 100 तक की पूरी लिस्ट निचे दी गई है- 4 6 8 9 10 12 14 15 16 18 20 21 22 24 … Read more

NS06/सम संख्या और विषम संख्या / Even Number and Odd Number

सम संख्या और विषम संख्या में अंतर

सम संख्या और विषम संख्या / Even Number and Odd Number सम संख्या और विषम संख्या सम संख्या (Even Number) :- वह संख्या जो दो बराबर भागों में बंट जाए वह सम संख्या कहलाता है। जैसे – 2, 4, 6, 8, 10, 12 आदि। सम संख्या को आसानी हम पहचान सकते हैं। जिसके इकाई में … Read more

पूर्णांक संख्या और संख्या रेखा / Integers and Number Lines

पूर्णांक संख्या और संख्या रेखा की समझ

पूर्णांक संख्या और संख्या रेखा /Integers and Number Lines पूर्णांक संख्या के प्रकार पूर्णांक संख्याएँ तीन प्रकार की होती हैं। 1. धनात्मक पूर्णांक एक से लेकर अनंत तक की सभी धनात्मक संख्याएँ धनात्मक पूर्णांक कहलाती हैं। कोई भी पूर्णांक संख्या जिसके आगे धनात्मक या ऋणात्मक का कोई चिन्ह नहीं लगा हो ऐसी संख्याएँ पूर्णांक संख्याएँ … Read more

पूर्ण संख्या/ Whole-Numbers

प्राकृत संख्या और पूर्ण संख्या

पूर्ण संख्या (Whole Number) प्राकृतिक संख्याओं (1, 2, 3, 4, ……) में शून्य (0) को सम्मिलित करने पर जो संख्याएँ प्राप्त होती हैं, पूर्ण संख्याएँ कहलाती हैं। पूर्ण संख्याओं को W से प्रदर्शित करते हैं। या फिर इसे इस तरह से भी परिभाषित किया जा सकता हैं “शून्य ‘0’ से लेकर अनंत तक की संख्याओं को पूर्ण … Read more

अभाज्य संख्या / Prime number

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अभाज्य संख्या की परिभाषा वे 1 से बड़ी प्राकृतिक संख्याएँ, जो स्वयं और 1 के अतिरिक्त और किसी प्राकृतिक संख्या से विभाजित नहीं होतीं, उन्हें ‘अभाज्य संख्या’ कहते हैं। वे 1 से बड़ी प्राकृतिक संख्याएँ जो अभाज्य संख्याँ (whole number) नहीं हैं उन्हें भाज्य संख्या कहते हैं। अभाज्य संख्याओं की संख्या अनन्त हैं । 1 को परिभाषा के अनुसार … Read more

NS05/अंकों के मान : जातीय मान स्थानीय मान व सन्निकट मान / Caste value, local value and approximate value

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अंकों के दो मान होते हैं- जातीय मान स्थानीय मान व सन्निकट मान वास्तविक या शुद्ध या जातीय मान- किसी अंक का वह मान जो कभी भी नहीं बदलता है, उसे वास्तविक या शुद्ध मान कहते हैं.जैसे-238 में दो का वास्तविक मान 2, तीन का वास्तविक मान 3 तथा आठ का वास्तविक मान 8 है. … Read more

NS02/संख्या प्रणाली / System of Writing and Reading numbers

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संख्या प्रणाली संख्याओं को लिखने व पढ़ने की 3 प्रणाली होती है :- भारतीय गणना प्रणाली भारतीय गणना प्रणाली (Indian Numbering System) एक परंपरागत गणना प्रणाली है जो भारतीय उपमहाद्वीप में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। यह प्रणाली विशेष रूप से बड़ी संख्याओं को समूहित करने के तरीके में अद्वितीय है। यहाँ पर … Read more

पूर्ववर्ती और परवर्ती संख्या/ Preceding and Following numbers

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पूर्ववर्ती और परवर्ती संख्या पूर्ववर्ती संख्या (Predecessor Number) किसी संख्या के ठीक पहले आने वाली संख्या को उस संख्या का पूर्ववर्ती संख्या कहते है। या किसी मूल संख्या में एक घटाने पर प्राप्त संख्या को पूर्ववर्ती संख्या कहते हैं। जैसे :- 50 का पूर्ववर्ती संख्या 49 है। 50 में एक घटाने पर 49 प्राप्त होता … Read more

पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी : क्या लिखूं कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड

पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी : क्या लिखूं कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड जीवन-परिचय- श्री पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी का जन्म सन् 1894 ई० में मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के खैरागढ़ नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता श्री उमराव बख्शी तथा बाबा पुन्नालाल बख्शी साहित्य-प्रेमी और कवि थे। सन् 1971 ई० में 77 वर्ष की आयु … Read more

आलोक धन्वा : पतंग कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड

आलोक धन्वा जन्म : सन् 1948 ई. मुंगेर (बिहार) प्रमुख रचनाएँ : पहली कविता जनता का आदमी, 1972 में प्रकाशित उसके बाद भागी हुई लड़कियाँ, ब्रूनो की बेटियाँ से प्रसिद्धि, दुनिया रोज़ बनती है (एकमात्र संग्रह) प्रमुख सम्मान : राहुल सम्मान, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद् का साहित्य सम्मान, बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान, पहल सम्मान। काव्यगत विशेषताएँ-कवि … Read more

रजिया सज्जाद ज़हीर : नमक कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड

रजिया सज्जाद ज़हीर : नमक कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड नमक उन सिख बीबी को देखकर सफ़िया हैरान रह गई थी, किस कदर वह उसकी माँ से मिलती थी। वही भारी भरकम जिस्म, छोटी-छोटी चमकदार आँखें, जिनमें नेकी, मुहब्बत और रहमदिली की रोशनी जगमगाया करती थी। चेहरा जैसे कोई खुली हुई किताब । वैसा ही … Read more

विष्णु खरे : चार्ली चैपलिन यानि हम सब कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड

विष्णु खरे : चार्ली चैपलिन यानि हम सब कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड जीवन परिचय– समकालीन हिंदी कविता और आलोचना में विष्णु खरे एक विशिष्ट हस्ताक्षर हैं। इनका जन्म 1940 ई० में मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में हुआ था। इनकी प्रतिभा को देखते हुए इन्हें ‘रघुवीर सहाय सम्मान’ से अलंकृत किया गया। इन्हें हिंदी … Read more

पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी : क्या लिखूं कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड

पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी : क्या लिखूं कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड जीवन-परिचय- श्री पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी का जन्म सन् 1894 ई० में मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के खैरागढ़ नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता श्री उमराव बख्शी तथा बाबा पुन्नालाल बख्शी साहित्य-प्रेमी और कवि थे। सन् 1971 ई० में 77 वर्ष की आयु … Read more

बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर : मेरी कल्पना का आदर्श समाज कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड

बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर : मेरी कल्पना का आदर्श समाज कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड लेखक का जीवन परिचय- मानव-मुक्ति के पुरोधा बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 ई० को मध्य प्रदेश के महू नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीराम जी तथा माता का नाम भीमाबाई था। 1907 … Read more

धर्मवीर भारती : काले मेघा पानी दे कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड

धर्मवीर भारती : काले मेघा पानी दे कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड लेखक परिचय जीवन परिचय-धर्मवीर भारती का जन्म उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में सन 1926 में हुआ था। इनके बचपन का कुछ समय आजमगढ़ व मऊनाथ भंजन में बीता। इनके पिता की मृत्यु के बाद परिवार को भयानक आर्थिक संकट से गुजरना पड़ा। … Read more

जैनेन्द्र कुमार : बाजार दर्शन कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड

जैनेन्द्र कुमार : बाजार दर्शन कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड एक बार की बात कहता हूँ। मित्र बाज़ार गए तो थे कोई एक मामूली चीज़ लेने पर लौटे तो एकदम बहुत-से बंडल पास थे। मैंने कहा- यह क्या? बोले- यह जो साथ थीं। उनका आशय था कि यह पत्नी की महिमा है। उस महिमा का … Read more

फणीश्वर नाथ रेणु : पहलवान की ढोलक कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड

फणीश्वर नाथ रेणु : पहलवान की ढोलक कक्षा 12 हिंदी गद्य खंड जाड़े का दिन। अमावस्या की रात-ठंडी और काली । मलेरिया और हैज़े से पीड़ित गाँव भयार्त शिशु की तरह थर-थर काँप रहा था। पुरानी और उजड़ी बॉस-फूस की झोंपड़ियों में अंधकार और सन्नाटे का सम्मिलित साम्राज्य! अँधेरा और निस्तब्धता ! अँधेरी रात चुपचाप … Read more

तुलसीदास- लक्ष्मण मूर्च्छा और राम का विलाप कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड

तुलसीदास- लक्ष्मण मूर्च्छा और राम का विलाप कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड (ख) लक्ष्मण मूर्च्छा और राम का विलाप प्रतिपादय-  यह अंश ‘रामचरितमानस’ के लंकाकांड से लिया गया है जब लक्ष्मण शक्ति-बाण लगने से मूर्चिछत हो जाते हैं। भाई के शोक में विगलित राम का विलाप धीरे-धीरे प्रलाप में बदल जाता है जिसमें लक्ष्मण के … Read more

तुलसीदास – कवितावली (उत्तरकाण्ड से ) कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड

तुलसीदास – कवितावली (उत्तरकाण्ड से ) कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड कवि परिचय जीवन परिचय– गोस्वामी तुलसीदास का जन्म बाँदा जिले के राजापुर गाँव में सन 1532 में हुआ था। कुछ लोग इनका जन्म-स्थान सोरों मानते हैं। इनका बचपन कष्ट में बीता। बचपन में ही इन्हें माता-पिता का वियोग सहना पड़ा। गुरु नरहरिदास की कृपा … Read more

फ़िराक गोरखपुरी : रुबाइयाँ / गज़ल कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड

फ़िराक गोरखपुरी : रुबाइयाँ / गज़ल कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड फ़िराक गोरखपुरी फ़िराक गोरखपुरी उर्दू-फ़ारसी के जाने-माने शायर थे। इनका जन्म 28 अगस्त, सन 1896 को गोरखपुर में हुआ था। इनका मूल नाम रघुपति सहाय ‘फ़िराक’ था। इन्हें ‘गुले-नग्मा’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार, ज्ञानपीठ पुरस्कार और सोवियत लैंड नेहरू अवार्ड मिला। सन 1938 … Read more

सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला : बादल राग कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड

सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला : बादल राग कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड कवि परिचय  महाप्राण कवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ का जन्म सन 1899 में बंगाल राज्य के महिषादल नामक रियासत के मेदिनीपुर जिले में हुआ था। इनके पिता रामसहाय त्रिपाठी मूलत: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के गढ़ाकोला नामक गाँव के निवासी थे। जब निराला तीन … Read more

शमशेर बहादुर सिंह : उषा कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड

शमशेर बहादुर सिंह : उषा कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड शमशेर बहादुर सिंह जन्म : 13 जनवरी, सन् 1911 को देहरादून (उत्तर प्रदेश अब उत्तराखंड में) प्रकाशित रचनाएँ : कुछ कविताएँ, कुछ और कविताएँ, चुका भी हूँ नहीं मैं, इतने पास अपने, बात बोलेगी, काल तुझसे होड़ है मेरी, ‘उर्दू-हिंदी कोश’ का संपादन सम्मान : … Read more

हरिवंशराय बच्चन-आत्म परिचय कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड

हरिवंशराय बच्चन-आत्म परिचय कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड हरिवंशराय बच्चन आत्म परिचय के बारे में यहाँ उनकी कविता आत्मपरिचय तथा गीत संग्रह निशा निमंत्रण का एक गीत दिया जा रहा है। अपने को जानना दुनिया को जानने से ज्यादा कठिन है। समाज से व्यक्ति का नाता खट्टा-मीठा तो होता ही है। जगजीवन से पूरी तरह … Read more

कुंवर नारायण : कविता के बहाने बात सीधी थी पर कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड

कुंवर नारायण : कविता के बहाने , बात सीधी थी पर कक्षा 12 हिंदी काव्य खंड कुंवर नारायण जन्म : 19 सितंबर, सन् 1927 (उत्तर प्रदेश) प्रमुख रचनाएँ : चक्रव्यूह (1956), परिवेश हम तुम, अपने सामने, कोई दूसरा नहीं, इन दिनों (काव्य संग्रह); आत्मजयी (प्रबंध काव्य); आकारों के आस-पास (कहानी संग्रह); आज और आज से … Read more