कोणों की पहचान: पूरक और संपूरक कोण

  1. पूरक कोण (Complementary Angles):
    • यदि दो कोणों का योग 90 होता है, तो वे पूरक कोण कहलाते हैं।
    • सरल शब्दों में, पूरक कोण मिलकर एक समकोण (90) बनाते हैं।
    • उदाहरण:
      • 60+30=90, इसलिए 60 और 30 पूरक कोण हैं।
      • 45+45=90, ये भी पूरक कोण हैं।
  2. संपूरक कोण (Supplementary Angles):
    • यदि दो कोणों का योग 180 होता है, तो वे संपूरक कोण कहलाते हैं।
    • सरल शब्दों में, संपूरक कोण मिलकर एक रेखीय कोण (180) बनाते हैं।
    • उदाहरण:
      • 120+60=180, इसलिए 120 और 60 संपूरक कोण हैं।
      • 90+90=180, ये भी संपूरक कोण हैं।

मुख्य अंतर

विशेषतापूरक कोणसंपूरक कोण
योगफल90180
कोणों का प्रकारसमकोण बनाते हैंरेखीय कोण बनाते हैं
उदाहरण50,40110,70
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