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[NUMS13] सह-अभाज्य संख्या और जुड़वाँ अभाज्य संख्याएँ

सह-अभाज्य संख्या

मान लीजिए कि x और y दो धनात्मक पूर्णांक हैं जैसे कि उन्हें सह-अभाज्य संख्याएँ कहा जाता है यदि और केवल यदि उनका एकमात्र सामान्य गुणनखंड 1 है और इस प्रकार HCF(x, y) = 1 है।

दो संख्याओं में 1 के अलावा कोई धनात्मक पूर्णांक नहीं है जो दोनों को विभाजित कर सके, तो संख्याओं का जोड़ा सह-अभाज्य है।

सह-अभाज्य संख्याएँ बनाने के लिए यह आवश्यक है कि दो संख्याएँ हों।

उदाहरण 1: 21 और 22

21 और 22 के लिए:

  • 21 के गुणनखंड 1, 3, 7 और 21 हैं।
  • 22 के गुणनखंड 1, 2, 11 और 22 हैं।

यहां 21 और 22 में केवल एक उभयनिष्ठ गुणनखंड है जो कि 1 है। इसलिए, उनका महत्तम समापवर्तक 1 है और सह-अभाज्य हैं।

उदाहरण 2: 21 और 27

21 और 27 के लिए:

  • 21 के गुणनखंड 1, 3, 7 और 21 हैं।
  • 27 के गुणनखंड 1, 3, 9 और 27 हैं।

यहां 21 और 27 में दो सामान्य गुणनखंड हैं; वे 1 और 3 हैं। महत्तम समापवर्तक 3 है और वे सह-अभाज्य नहीं हैं।

जुड़वाँ अभाज्य संख्याएँ (Twin Prime Numbers):

जुड़वाँ अभाज्य संख्याएँ दो ऐसी अभाज्य संख्याओं की जोड़ी होती हैं जिनके बीच का अंतर 2 होता है।


परिभाषा (Definition):

यदि p और q अभाज्य संख्याएँ हैं और q−p=2

तो p और q को जुड़वाँ अभाज्य संख्या कहते हैं।


उदाहरण (Examples):

कुछ जुड़वाँ अभाज्य संख्याओं की जोड़ी:

  1. (3,5)
  2. (5,7)
  3. (11,13)
  4. (17,19)
  5. (29,31)
  6. (41,43)
  7. (59,61)

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