Online Navodaya

[NUMS14] द्विआधारी संख्या और प्रतिलोम संख्या (Binary and Reciprocal Number)

द्विआधारी संख्या (Binary Number):

द्विआधारी संख्या प्रणाली (Binary Number System) वह प्रणाली है जिसमें केवल दो अंक, 0 और 1, का उपयोग होता है। यह संख्या प्रणाली कंप्यूटर और डिजिटल सिस्टम में सबसे अधिक उपयोगी है।

विशेषताएँ:

  1. केवल दो अंक: 0 और 1
  2. प्रत्येक अंक का मान (Weight) 2 के घात पर आधारित होता है।
  3. यह दशमलव संख्या प्रणाली (Decimal System) का एक विकल्प है।

उदाहरण:

  • द्विआधारी संख्या: 10102
  • इसे दशमलव में बदलें: 10102=(1×23)+(0×22)+(1×21)+(0×20)=8+0+2+0=1010

प्रतिलोम संख्या (Reciprocal Number):

प्रतिलोम संख्या किसी संख्या का वह मान है जिसे उस संख्या के साथ गुणा करने पर परिणाम 1 आता है।

परिभाषा:

यदि a एक संख्या है, तो उसका प्रतिलोम 1/a​ होगा।

उदाहरण:

  1. a=2, प्रतिलोम 1/2
  2. a=3/4 का प्रतिलोम 4/3

महत्वपूर्ण बिंदु:

  1. शून्य (0) का प्रतिलोम परिभाषित नहीं होता क्योंकि 1/0 अनंत होता है।
  2. यदि कोई संख्या ऋणात्मक हो, तो उसका प्रतिलोम भी ऋणात्मक होगा।

अन्य पोस्ट की जानकारी और हमसे जुड़ने के लिए नीचे लिंक को दबाएँ