द्विआधारी संख्या (Binary Number):
द्विआधारी संख्या प्रणाली (Binary Number System) वह प्रणाली है जिसमें केवल दो अंक, 0 और 1, का उपयोग होता है। यह संख्या प्रणाली कंप्यूटर और डिजिटल सिस्टम में सबसे अधिक उपयोगी है।
विशेषताएँ:
- केवल दो अंक: 0 और 1।
- प्रत्येक अंक का मान (Weight) 2 के घात पर आधारित होता है।
- यह दशमलव संख्या प्रणाली (Decimal System) का एक विकल्प है।
उदाहरण:
- द्विआधारी संख्या: 10102
- इसे दशमलव में बदलें: 10102=(1×23)+(0×22)+(1×21)+(0×20)=8+0+2+0=1010
प्रतिलोम संख्या (Reciprocal Number):
प्रतिलोम संख्या किसी संख्या का वह मान है जिसे उस संख्या के साथ गुणा करने पर परिणाम 1 आता है।
परिभाषा:
यदि a एक संख्या है, तो उसका प्रतिलोम 1/a होगा।
उदाहरण:
- a=2, प्रतिलोम 1/2
- a=3/4 का प्रतिलोम 4/3
महत्वपूर्ण बिंदु:
- शून्य (0) का प्रतिलोम परिभाषित नहीं होता क्योंकि 1/0 अनंत होता है।
- यदि कोई संख्या ऋणात्मक हो, तो उसका प्रतिलोम भी ऋणात्मक होगा।